मेरा नाम तुषार हे
आजमे आपको मेरे प्यार की बात करता हू
ता शुरू करे हे
मे सीपल ओर सांत लडका मुजे प्यारतो करना था पर मुजे जेसी लडकी चाहीए थी वो मील नही रहीथी मे हररोज की तरहा अपने कामपर जारहा था अेकदीन सांम को ५ बजेेके आसपास मेने अेक लडकीको देखा वो मुसकुराते हुवे ओर अपनी बेग को कंधेपे उथाय जारही थी तभी मेने उसको पेलीबार देखा ओर उसके पीछे अपनी मोटर साइकल लेकर चलपडा मुजे वो लडकी पेलीबार मे देखतेही पसंद आगइ मे रोजाना उसेके पीछी पीछे जाता पर मे उसे अपने दीलकी बात नही कहेपाता था अेकदी मेने ऐह बात मेरे मित्र को कही की मुजे अेकलडकी पसंद हे पर मे उसे अपने प्यारका ईझहार करेसे डरताहु तो वो बोला चलमेरे साथ फीर हमदोनो सडक के कोनेपे खडेरहे ओर उसका ईतजार कीया वो सामनेसे आरही थी तभी मेरे मित्र ने मुजे कहा जा उसके सामने जाकर अपने प्यारका ईझहार कर फीर मे डरते हुए उसके सामने जाकर खडा होगया ओर मेने बोला मुजे आपसे दोमिनिट बात करनी हे उसने बोला मे आपको नही जानती ओर क्यु बात करनी हे जब वो बोली मुजे डरलगने लगा की कही ये मुजे चाटा ना मारदे दरते हुवे मेने उनको मेरे दीलकी बात कही ओर अपना फो नं उनको दीया कुछदीन बाद उनका कोल आया हमारे बीच बाते होने लगी पर उनहोने मुजसे ऐक सरत रखीथी की मुजे उनका दील जीतना होगा मेने हा कहदीया फीर हम दोनो का प्यार बढता गया मुजे अभ्भी याद हे वोदीन जब वो मुजे पेलीबार नीलनेके लीए आएथे उस दीनभी मे डराहुआ था की कही मुजसे ऐसी कोइ गलती ना हो की उनको बूरा लगे फीर एकदीन उनहोने कोलपे बोलही दीया की तुषार १००% तुमने दील जीतलीया मेरा मे वो सुनतेही खुसीके मारे कुद पडा उसदीन पेली बार उनहोने मुजे i Love you कहा था फीर हमदोनो के बीचमे प्यार बढताही गया हंम दोनो आधी रातके ३ या ४ बजे तक बाते कीया करते थे हम दोनो ऐक दुसरेको बहोत प्यार करे पर कहेते हेना की ईनसान ज्यादा दीन खुश नही रेसकता ऐकदीन हंम वीडीयो कोलपे बात कर रहे थे जेसे रोज बात करते थे उसदीन...
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