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*वक्त की धारा में , अच्छे अच्छों को मजबूर होता देखा है*
*कर सको तो किसी को खुश करो , दुःख देते हुए तो हजारों को देखा है* ☺
Cp Virk
*वक्त की धारा में , अच्छे अच्छों को मजबूर होता देखा है*
*कर सको तो किसी को खुश करो , दुःख देते हुए तो हजारों को देखा है* ☺
Cp Virk